उत्तराखंड

हरिद्वार भगदड़: हादसे के बाद अवैध दुकानें बंद, बिजली का तार बना रहस्य

हरिद्वार। मनसा देवी मंदिर मार्ग पर रविवार सुबह हुई भगदड़ के बाद सीढ़ी मार्ग पर लगी अवैध दुकानों को आनन-फानन में बंद कर सामान छिपा दिया गया। वहीं, जिस बिजली के तार से करंट फैलने की अफवाह फैली थी, वह भी मौके से गायब पाया गया।

हादसे से पहले मंदिर मार्ग पर नीचे से ऊपर तक दोनों ओर फूल, प्रसाद, खिलौनों और खाद्य सामग्री की सैकड़ों अस्थायी दुकानें लगी थीं, जिनके कारण मार्ग संकरा हो गया था। आपात स्थिति में कोई वैकल्पिक निकासी मार्ग उपलब्ध नहीं था। भगदड़ मचने पर श्रद्धालु इन दुकानों के बीच फंस गए।

हादसे के बाद कई दुकानदार सामान समेटकर फरार हो गए, जबकि कुछ ने माल को प्लास्टिक बोरों में भरकर पहाड़ी के पीछे छिपा दिया। यह क्षेत्र राजाजी टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आता है, जहां किसी भी वाणिज्यिक गतिविधि पर प्रतिबंध है।

सूत्रों के अनुसार, इन दुकानों को प्रशासन की मौन सहमति प्राप्त थी, क्योंकि हर महीने इनसे अधिकारियों और कर्मचारियों तक अवैध वसूली की जाती रही है।

हादसे के बाद अब प्रशासन पर लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप भी लगने लगे हैं। मामले की मजिस्ट्रियल जांच जारी है।

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